देवियो और सज्जनो, आज हम अपने देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण पर खड़े हैं। चूँकि हम गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और विशाल अवसरों को अपना रहे हैं, इसलिए यह जरूरी है कि हम एक साझा उद्देश्य और दृढ़ संकल्प के साथ एकजुट हों। आइए हम न्याय, समानता और प्रगति के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित, अटूट संकल्प के साथ आगे बढ़ें। आइए हम सब मिलकर एक ऐसे भविष्य को आकार दें जहां हर व्यक्ति आगे बढ़ सके और हमारी सामूहिक सफलता में योगदान दे सके।।